
लखनऊ। पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम/सर्विलांस टीम और मड़ियांव थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से एक बड़े अपराधी गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह दोपहिया वाहनों की चोरी करने में सक्रिय था और उसने लखनऊ के अलावा आसपास के जिलों में भी वाहन चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस गिरोह के चार शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 41 चोरी की मोटरसाइकिल, दो बाइक के काटे हुए पार्ट्स, एक कार और अन्य सामान बरामद किया।
पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि यह गिरोह चोरी की बाइक लेकर मड़ियांव के दाऊद नगर इलाके में एक खाली मैदान में इकट्ठा हो रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की और आरोपियों को मौके पर पकड़ लिया। आरोपी चोरी की बाइक को इस मैदान में छिपाकर रखते थे और उनका इधर-उधर कारोबार करते थे। इसके अलावा, एक स्विफ्ट कार का भी पता चला, जिसे चोरी के वाहनों को अन्य स्थानों तक पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।गिरफ्तार आरोपियों में सत्यम शुक्ला (हरदोई निवासी), अनस खान (उन्नाव निवासी), आमिर (हरदोई निवासी) और इमरान (उन्नाव निवासी) शामिल हैं। ये आरोपी अपनी चोरी की गतिविधियों को बहुत ही सुनियोजित तरीके से अंजाम देते थे और चोरी की गाड़ियों को बड़े पैमाने पर बेचने का काम करते थे।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे हर चोरी की मोटरसाइकिल को 15 से 20 हजार रुपये में बेच देते थे और इस पैसे का इस्तेमाल अपनी निजी जरूरतों को पूरा करने में करते थे। इस गिरोह का तरीका यह था कि वे चोरी के वाहनों को एक सुरक्षित स्थान पर इकट्ठा करते थे और फिर बड़ी ट्रकों में लादकर उन्हें दूसरे जिलों में भेज देते थे। इसके अलावा, कुछ गाड़ियों के पार्ट्स को काटकर उन्हें कबाड़ी दुकानों में बेच दिया जाता था।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और उनके अन्य आपराधिक कृत्यों की जांच जारी है। गिरोह के द्वारा चुराई गईं मोटरसाइकिलों की कई वारदातों से संबंध सामने आए हैं। पुलिस ने इस गिरोह की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता मानी है और अब इस पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि लखनऊ पुलिस अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है और वाहन चोरी की घटनाओं में शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।