लखनऊ। हाल ही में बहुजन समाज पार्टी द्वारा एक नेता को पार्टी से निष्कासित करने पर जमकर बवाल हुआ। दरअसल ऐसी खबरें सामने आई थीं कि बसपा ने एक नेता को पार्टी से इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि उन्होंने अपने बेटे की शादी सपा विधायक की बेटी से कर दी। इस मामले में अब पूर्व मुख्यमंत्री बसपा मुखिया मायावती का बयान सामने आया है।मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सिलसिलेवार कई पोस्ट की।
बता दें कि बसपा की रामपुर इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र सागर के बेटे की हाल ही में आंबेडकर नगर जिले के अलापुर से सपा विधायक त्रिभुवन दत्त की बेटी के साथ शादी हुई। इससे पहले त्रिभुवन दत्त बसपा में थे, लेकिन 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वह सपा में शामिल हो गए।
पूर्व सीएम मायावती ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि बसपा कार्यकर्ता पार्टी लाइन से हटकर किसी से भी शादी करने के लिए स्वतंत्र हैं। मायावती ने कहा कि पार्टी सदस्यों को बसपा के पूर्व सांसद मुनकाद अली के बेटे की शादी में शामिल होने से इसलिए रोका गया क्योंकि उनकी बेटी ने सपा के टिकट पर मीरापुर से विधानसभा उपचुनाव लड़ा था। मीरापुर विधानसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी सुम्बुल राणा की शादी पूर्व सांसद कादिर राणा के बेटे शाह मोहम्मद से हुई है। मायावती ने कहा कि बसपा ने भी इस सीट पर चुनाव लड़ा था। ऐसे में शादी में दोनों दलों के लोगों के बीच टकराव की आशंका को लेकर चर्चा आम थी। इससे बचने के लिए पार्टी को यह कदम उठाना पड़ा,लेकिन जिस तरह से इसका प्रचार किया जा रहा है, वह ठीक नहीं है।
मायावती ने कहा कि सुरेंद्र सागर और रामपुर में बसपा के मौजूदा जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार को उनके बीच जारी विवाद के कारण पार्टी से निष्कासित किया गया। इसका शादी से कोई लेना-देना नहीं है। मायावती ने कहा कि रामपुर जिले की इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र सागर और मौजूदा जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार का आपसी झगड़ा चरम पर था, जिससे पार्टी के कार्य प्रभावित हो रहे थे। इसीलिए दोनों को एक साथ निकाला गया। इसका शादी से कोई संबंध नहीं है।मायावती ने कहा कि कौन किस पार्टी के लोगों के साथ अपना रिश्ता बना रहा है इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। लोग स्वतंत्र हैं जहां चाहें वहां रिश्ता करें। यह सब उनकी सोच पर निर्भर करता है, लेकिन ऐसे लोगों से जरूर सर्तक रहें जो इसका भी गलत प्रचार कर रहे हैं।