
-न्याय के लिये भटक रही विधवा महिला।
अयोध्या। रजिस्ट्री आफिस में करोड़ों की जमीन की जालसाजी का मामला सामने आया है। पूरा उपनिबंधक कार्यालय उस समय सन्न रह गया है। जब महिला कैलाशा ने थानाध्यक्ष रौनाही के नाम लिखित शिकायती पत्र देते हुये खुद के साथ हुई बेश कीमती जमीन की जालसाजी के मामले में न्याय दिलाने की गुहार लगाई।
ज्ञातव्य हो कि तहसील क्षेत्र के गांव गौदौली के मजरे मऊ यदुवंशपुर निवासी कैलाशा पत्नी ब्रह्मदेव के अनुसार विगत 19 वर्ष पूर्व 27-02-2006 को दौलतपुर गांव निवासी अपनी अपनी सगी बहन के लड़के समर बहादुर सिंह पुत्र राम दुलारे सिंह के नाम उन्होंने अपनी संपूर्ण चल व अचल संपत्ति की रजिस्टर्ड वसीयत कर दिया था। इसी जमीन का 19 साल बाद 03-05- 2025 सरायनामू गांव निवासी रवि प्रकाश पुत्र राज कुमार ने मेरे नाम की महिला का फर्जी दस्तावेज तैयार कर व खुद को उसका भतीजा दिखाते हुए दोबारा रजिस्ट्री करवा ली।
ज्ञातव्य हो कि उक्त मामले में अयोध्या के साहबगंज स्थित वैदेही नगर कालोनी निवासी शैलेन्द्र पुत्र तुंगनाथ व मोईनुद्दीन पुत्र हफीज गवाह के रूप में भी शामिल हैं। जबकि कैलाशा का आरोप है कि वह उक्त लोगों को जानती तक नहीं।
उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी होने पर जब वह रजिस्ट्री कार्यालय में पता करने आईं। इस बारे में जानकारी होने पर 112 नंबर डायल कर पुलिस बुलाया। उन्होंने थाना रौनाही जाकर रपट लिखने की सलाह दिया।
कैलाशा का आरोप है कि जब वो थाने पर शिकायत करने आ रही थी। लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे। कैलाशा देवी ने थानाध्यक्ष सुमित श्रीवास्तव को प्रार्थना पत्र देकर नामजद आरोपियों के खिलाफ दोषियों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
ज्ञात हो की कैलाशा की रायबरेली रोड पर लगभग 15 बीघा बेस कीमती जमीन है। फर्जी वसीयत के जरिए उसका घर भी लिख लिया गया है। जिससे वह पूरी तरह से बेसहारा हो गई है। थानाध्यक्ष सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। शीघ्र ही आवश्यक कार्रवाई की जायेगी