
बस्ती। जनपद बस्ती के विभिन्न थानों की पुलिस, स्वाट टीम, एसओजी और सर्विलांस सेल की संयुक्त कार्रवाई में उस समय बड़ी सफलता मिली जब ग्रामीण बैंक जीतीपुर शाखा के प्रबंधक व फील्ड ऑफिसर को बंधक बनाकर उनसे लूटपाट व जबरन ट्रांजेक्शन कराने वाले दो वांछित इनामी अपराधियों को अलग-अलग मुठभेड़ों में गिरफ्तार किया गया। दोनों अपराधियों के ऊपर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
मामला क्या है?

21 जून 2025 को ग्रामीण बैंक जीतीपुर के शाखा प्रबंधक रवि तिवारी एवं सह प्रबंधक रसिक भारती को अज्ञात बदमाशों ने कार समेत अगवा कर लिया था। घटना थाना परसरामपुर क्षेत्र के ऋंगीनारी के पास की है, जहां उन्हें सुनसान जगह ले जाकर मारपीट की गई, उनसे गहने, नकदी और एटीएम कार्ड छीन लिए गए, तथा जबरन कुछ ट्रांजेक्शन भी कराए गए। अगले दिन सुबह उन्हें छोड़ दिया गया। इस संबंध में थाना परसरामपुर में एफआईआर संख्या 188/2025 दर्ज की गई।
दोनों इनामी बदमाश ऐसे हुए गिरफ्तार
गौतम सिंह पुत्र राजेश्वरी सिंह निवासी तावेपुर, थाना छपिया, जनपद गोंडा को मुखबिर की सूचना पर चौकी सिकंदरपुर स्थित ग्राम हैदराबाद में पुलिस टीम द्वारा दोपहर लगभग 12:27 बजे घेराबंदी कर गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया। इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें जवाबी कार्रवाई में उसे पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे उपचार हेतु अस्पताल भेजा।
वहीं, दूसरा अभियुक्त अनुज प्रताप सिंह उर्फ मुरारी सिंह, पुत्र धर्मेंद्र सिंह निवासी नगरा पूरे बदली, थाना छावनी, जनपद बस्ती को थाना दुबौलिया के अंतर्गत ग्राम सरवरपुर में दोपहर 1:45 बजे मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया। उसने भी पुलिस पर गोली चलाई, जवाबी कार्रवाई में उसे भी पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। उसे भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बरामदगी का विवरण: गौतम सिंह से एक 315 बोर का तमंचा, एक ज़िंदा व एक खोखा कारतूस, 10,500 रुपये नकद और एक बिना नंबर प्लेट की गाड़ी बरामद की गई। तो वहीं अनुज प्रताप सिंह के पास से 12 बोर तमंचा, एक खोखा कारतूस और एक TVS राइडर बाइक (UP 51 BU 2844) बरामद की गई।
अपराधिक इतिहास
गौतम सिंह के खिलाफ उत्तर प्रदेश और गोंडा जनपद के विभिन्न थानों में 8 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट, अपहरण, मारपीट और एससी/एसटी एक्ट शामिल हैं।
अनुज प्रताप सिंह पर भी कम से कम दो गंभीर मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हत्या और आर्म्स एक्ट की धाराएं प्रमुख हैं।
गिरफ्तारी करने वाली टीम
गिरफ्तारी में थानाध्यक्ष परसरामपुर भानू प्रताप सिंह मय पुलिस टीम, थानाध्यक्ष दुबौलिया प्रदीप कुमार सिंह मय पुलिस बल, थानाध्यक्ष वाल्टरगंज उमाशंकर त्रिपाठी, मय पुलिस टीमों के साथ-साथ प्रभारी स्वाट टीम उ0नि0 संतोष गौड़, प्रभारी एसओजी टीम उ0नि0 चन्द्रकान्त पाण्डेय और प्रभारी सर्विलांस सेल उ0नि0 शशिकान्त की विशेष भूमिका रही। इसके साथ ही व0उ0नि0 सुरेंद्र प्रताप सिंह थाना दुबौलिया,हे0का0 सत्येन्द्र, हे0का0 देवेश, का0 संतोष कुमार, का0 विजय कुमार, का0 विक्रम सिंह, सर्विलांस सेल, हे0कां0 पवन तिवारी, हे0कां0 अवनीश सिंह, हे0कां0 रमेश कुमार, कां0 किशन सिंह,कां0 सुभेद्र तिवारी,कां0 अभिलाष सिंह स्वाट टीम,हे0का0 रमेश,हे0का0 इरशाद खाँ, हे0का0 धर्मेन्द्र, हे0का0 अभय ,का0 चन्दन कुमार एसओजी, आरक्षी राजीव रंजन,आरक्षी मनोज यादव,आरक्षी अमरजीत राजभर थाना दुबौलिया एवं उ0नि0 झारखंडे पाण्डेय,हे0कां0 राघवेंद्र दूबे,कां0 आनंद यादव, का पंकज कुशवाहा,का राहुल कन्नौजिया थाना परसरामपुर आदि शामिल रहे।
अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी
पुलिस अधीक्षक बस्ती के निर्देश पर अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस का कहना है कि घटना में संलिप्त किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।